
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने फरवरी में वार्षिक ‘इंडिया कॉन्फ्रेंस’ को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया है। जानकारी के मुताबिक, इसमें मुख्यमंत्री सोरेन कोविड-19 से निपटने के लिए किए गए राज्य के कार्यों तथा झारखंड में आदिवासी अधिकारों एवं कल्याणकारी नीतियों के बारे में भाषण देंगे।
Hon'ble Chief Minister @HemantSorenJMM has been invited to Harvard India Conference to deliver a keynote lecture in Feb 2021. Chief Minister has accepted the invitation & thanked the organisers. He will speak on tribal rights, sustainable development & welfare policies. @Harvard pic.twitter.com/DddD0KhPaZ
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) December 26, 2020
झारखंड के मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 20 फरवरी 2021 को व्याख्यान देने के लिए हार्वर्ड विश्वविद्यालय द्वारा आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और आयोजकों का आभार व्यक्त किया है।’’ ट्वीट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री आदिवासी अधिकारों, सतत विकास, कल्याणकारी नीतियों और कोरोना संक्रमण काल में राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर वक्तव्य देंगे।
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (फाइल फोटो)
विदित हो कि ‘इंडिया कॉन्फ्रेंस’ भारत पर केंद्रित एवं छात्रों द्वारा आयोजित किया जाने वाला उत्तर अमेरिका का सबसे बड़ा सम्मेलन है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी मैसाचुसैट्स शहर के कैंब्रिज में स्थित अमेरिका के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक है। वर्तमान में इसकी दस एजुकेशन यूनिट्स हैं शुरुआत में इसे न्यू कॉलेज या द कॉलेज ऑफ न्यू टाऊन के नाम से जाना जाता था, 13 मार्च 1639 को इसका नाम बदलकर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी रखा गया। झारखंड के मुख्यमंत्री को कैम्ब्रिज, मैसाचुसेट्स स्थित हार्वर्ड विश्वविद्यालय में 19 से 21 फरवरी 2021 के दौरान ऑनलाइन आयोजित होने जा रहे 18 वें वार्षिक भारत सम्मेलन में व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया गया है। आयोजकों ने मुख्यमंत्रियों का पैनल वर्तमान राजनीति में राज्य और केंद्र के बीच संबंध, शासन के मुद्दों, कोविड -19 महामारी से निपटने, जाति और आदिवासी की पहचान के बारे में ऑनलाइन चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया है।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। हालांकि, झारखंड के सीएम ने 2005 और 2009 के विधानसभा चुनाव के दौरान जो हलफनामा दिया, उसके मुताबिक, उन्होंने इंटरमीडिएट यानी 12वीं की परीक्षा पास की है। हेमंत सोरेन का जन्म 10 अगस्त, 1975 में रामगढ़ जिले के नेमरा गांव में हुआ। इनके पिता जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इनकी मां का नाम रूपी देवी है।
हार्वर्ड विश्वविद्यालय (साभार: सोशल मीडिया)
हार्वर्ड केनेडी स्कूल से पीएचडी कर रहे सूरज येंगडे की ओर से भेजे गए आमंत्रण में कोविड -19 संकट को कम करने के लिए मुख्यमंत्री की ओर से किए गए प्रयासों की सराहना की गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक विशिष्ट आदिवासी और स्वदेशी सार्वजनिक व्यक्ति के रूप में विख्यात बताया गया है। जिन्होंने कल्याणकारी राज्य के दृष्टिकोण में स्वदेशी अधिकारों और राजनीति को शामिल किया है। आगे कहा गया है कि झारखंड में महामारी से निपटने और स्थिति को संभालने के लिए विशेष रूप से लॉकडाउन में फंसे श्रमिकों को घर वापस लाने में बेहतर काम किया गया। इन्हें खाद्यान्न और आवश्यक वस्तुओं से भरा किट प्रदान किया गया। सामुदायिक किचन और उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करके रोजगार पैदा करने का भी उल्लेख किया गया है। मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए आगे लिखा है कि वह अपनी शासन और राजनीतिक कुशाग्रता से लोगों की आकांक्षाओं के मुताबिक जाति और सामंती भाई-भतीजावाद में बंद लोकतंत्र को मजबूत बना रहे हैं।