Breaking NewsTechTop NewsWorldउत्तर प्रदेशदेशराजनीतिरोजगारवायरलशिक्षासोशल मीडिया
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय’ में 56 साल बाद PM का संबोधन, पीएम मोदी ने कहा-AMU में बसता है मिनी इंडिया

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना को 100 साल पूरे हो गए हैं। एएमयू के स्थापना दिवस समारोह में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने एक डाक टिकट भी जारी किया। बता दें कि 56 साल बाद यह पहला मौका है जब देश के प्रधानमंत्री ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के किसी कार्यक्रम में शिरकत किया है। उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी से पहले 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया था।
एएमयू के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी हमारे देश की अमूल्य धरोहर है। एएमयू के स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि समाज में वैचारिक मतभेद होते हैं, लेकिन जब बात राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्राप्ति की हो, तो हर मतभेद किनारे रख देने चाहिए। जब आप सभी युवा साथी इस सोच के साथ आगे बढ़ेंगे तो ऐसी कोई मंजिल नहीं, जो हम हासिल न कर सकें।
वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर है। पिछली शताब्दी में मतभेदों के नाम पर बहुत समय पहले ही जाया हो चुका है। अब समय नहीं गंवाना है, सभी को एक लक्ष्य के साथ मिलकर ‘नया भारत, आत्मनिर्भर भारत’ बनाना है। पीएम मोदी ने कि कोरोना संकट के दौरान एएमयू ने जिस तरह समाज की मदद की है वह अभूतर्पूव है। लोगों की मुफ्त कोरोना जांच कराना, आइसोलेशन वार्ड बनाना, प्लाज्मा बैंक बनाना और पीएम केयर फंड में एक बड़ी राशि का योगदान देना समाज के प्रति आपके दायित्यों को पूरा करने की गंभीरता को दिखाता है।
एएमयू कैंपस का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘मुझे बहुत से लोग बोलते हैं कि एएमयू कैंपस अपने आप में एक शहर की तरह है। अनेक विभाग, दर्जनों हॉस्टल, हजारों टीचर-छात्रों के बीच एक मिनी इंडिया नजर आता है। यहां एक तरफ उर्दू पढ़ाई जाती है, तो हिंदी भी, अरबी पढ़ाई जाती है तो संस्कृति की शिक्षा भी दी जाती है।’ नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि आज देश जो योजनाएं बना रहा है वो बिना किसी मजहब के भेद के हर वर्ग तक पहुंच रही हैं। बिना भेदभाव, 40 करोड़ से ज्यादा गरीबों के बैंक खाते खुले। बिना भेदभाव, 2 करोड़ से ज्यादा गरीबों को पक्के घर दिए गए। बिना भेदभाव 8 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को गैस कनेक्शन मिला। पिछले 6 साल में सरकार द्वारा करीब एक करोड़ मुस्लिम बेटियों को छात्रवृत्ति दी गई है। महिलाओं को शिक्षित होना जरूरी है ताकि वे अपने अधिकारों के बारे में जान सकें।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (फाइल फोटो)
समस्त भारत को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश आज उस मार्ग पर बढ़ रहा है जहां मजहब की वजह से कोई पीछे न छूटे, सभी को आगे बढ़ने के समान अवसर मिले, सभी अपने सपने पूरे करें। ‘सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास’ ये मंत्र मूल आधार है। देश की नीयत और नीतियों में यही संकल्प झलकता है। सरकार उच्च शिक्षा में सीटें और छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए भी काम कर रही है। वर्ष 2014 में हमारे देश में 16 IITs थे, आज 23 IITs हैं। वर्ष 2014 में हमारे देश में 9 IIITs थे, आज 25 IIITs हैं। वर्ष 2014 में हमारे यहां 13 IIMs थे, आज 20 IIMs हैं।
जब हम नए भारत की बात करते हैं तो उसके मूल में भी यही होता है कि राष्ट्र के विकास को राजनीतिक चश्मे से न देखा जाए। हालांकि कुछ तत्व इससे परेशान हो सकते हैं, लेकिन वे ऐसे लोग हैं जो अपने स्वार्थ को सिद्ध करने के लिए हर प्रकार की नकारात्मकता फैलाएंगे।
एएमयू के 100 साल पूरे होने पर एक बार फिर आप सभी को बधाई देता हूं और इन 100 वर्षों में जिन जिन महापुरुषों ने इस संस्थान की गरिमा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में योगदान दिया है उनका भी पुण्यस्मरण करता हूं। एएमयू के उत्तर भविष्य के लिए शुभकामनाएं। आपके सपनों को पूरा करने के लिए हम भी कभी पीछे नहीं रहेंगे।
बता दें कि सर सैयद अहमद खान ने 1877 में मोहम्मडन एंग्लो ऑरिएंटल (MAO College ) स्कूल की स्थापना की थी। 1920 में उसी स्कूल ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का रूप लिया हुआ है। इसका कैंपस उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 467.6 हेक्टेयर में फैला हुआ है। केरल के मल्लपुरम, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद-जांगीपुर और बिहार के किशनगंज में भी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के स्टडी सेंटर हैं।