
मोदी कैबिनेट द्वारा पारित कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर में किसान आंदोलन कर रहे हैं। बहुत से सामाजिक और राजनीतिक संगठन केंद्र सरकार पर ये कृषि कानून रद्द करने को लेकर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इन्हीं कृषि कानूनों को लेकर मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। बता दें कि दिल्ली विधानसभा में कृषि बिल की कॉपी फाड़े जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
बीजेपी आईटी सेल के अभिषेक दुबे ने मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ संसद मार्ग थाने में शिकायत दर्ज कराई है। अभिषेक दुबे ने अरविंद केजरीवाल पर किसानों को भड़काने के उद्देश्य से बिल फाड़ने का आरोप लगाया है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि सुप्रीम कोर्ट में हमारे वकील ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताया है। कोरोना काल में क्यों ऑर्डिनेंस पास किया? पहली बार राज्यसभा में बिना वोटिंग के 3 बिल को कैसे पास कर दिया गया? मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली विधानसभा केंद्र के कृषि कानूनों को खारिज कर रही है, केंद्र सरकार कानून वापिस ले। दिल्ली विधानसभा में कृषि कानूनों को निरस्त करने का संकल्प पत्र स्वीकार कर लिया गया।
विदित हो कि मोदी सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को एक दिन का विशेष सत्र बुलाया गया था। सत्र की शुरुआत होने पर मंत्री कैलाश गहलोत ने एक संकल्प पत्र पेश किया, जिसमें तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की बात कही गई। इसके बाद हर वक्ता को बोलने के लिए पांच मिनट का वक्त दिया गया। इस दौरान आम आदमी पार्टी के विधायक महेंद्र गोयल, सोमनाथ भारती ने सदन में कृषि बिल की कॉपी को फाड़ा।
इस पूरे घटनाक्रम पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल ने बिल के टुकड़े नहीं किए, बल्कि किसानों के भविष्य के टुकड़े किए। अरविंद केजरीवाल टुकड़े करने में माहिर हैं.श। वहीं, बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने भी सीएम केजरीवाल पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि केंद्र के तीनों कृषि कानूनों को लेकर 23 नवंबर को दिल्ली गजेट में नोटिफाइड किया गया था। अब वे नोटिफाई के बाद दिल्ली विधानसभा में कॉपी की प्रतियां फाड़ रहे हैं। यह अवसरवादी राजनीति है। दिल्ली के सीएम गिरगिट है जो बिना गुण के रंग बदलते हैं।
कांग्रेस नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कृषि कानूनों को लेकर अरविंद केजरीवाल पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने दिल्ली विधानसभा में कृषि कानूनों के खिलाफ पारित प्रस्ताव और केजरीवाल द्वारा इसकी कॉपी फाड़े जाने के बाद उनके ऊपर ये निशाना साधा है। उन्होंने केजरीवाल द्वारा कृषि कानून की कॉपी फाड़ने को ‘ड्रामा’ बताते हुए कहा कि पिछले महीने दिल्ली सरकार ने ही ‘काले कृषि कानूनों’ में एक को नोटिफाई करते हुए मंजूरी दी थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री सिंह ने आगे कहा कि केजरीवाल अब इस पर गंदी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री को ‘बड़ा धोखेबाज’ बताते हुए कहा, ‘यह दिखाता है कि केजरीवाल और आम आदमी पार्टी का लोगों के लिए अलग-अलग मुखौटा है, जिसके पीछे बिल्कुल उलट नियति छिपी है।’