
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान और समर्थक उस समय हैरान रह गए जब बुधवार शाम को सिंघु बॉर्डर पर 65 वर्षीय एक सिख प्रचारक संत बाबा रामसिंह ने कथित तौर पर ख़ुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद उनकी मौत हो गई। समाज का एक बड़ा वर्ग सिख प्रचारक के निधन के बाद केंद्र सरकार और राज्य सरकारों पर हमलावर बना हुआ है। पहलवान बजरंग पुनिया ने ट्विट कर सरकार को किसानों की मांग पर जल्द काम करने की बात कही।
कुंडली बॉर्डर पर किसानों के लिये संघर्षरत संत राम सिंह जी सिंगड़े वाले की खुदकुशी की खबर को सुनकर मन को दुःख हुआ है।भावभीनी श्रद्धांजलि! सरकार से मेरी विनती है की किसानों के लिये जल्द से जल्द कुछ हल निकाले ओर किसानों की बातो को सुने और जल्द समाधान करे।🙏🏻 pic.twitter.com/GcLY0xJRe7
— Bajrang Punia 🇮🇳 (@BajrangPunia) December 17, 2020
पहलवान बजरंग पुनिया ने भावुक होते हुए ट्वीट किया, ‘कुंडली बॉर्डर पर किसानों के लिये संघर्षरत संत राम सिंह जी सिंगड़े वाले की खुदकुशी की खबर को सुनकर मन को दुःख हुआ है।भावभीनी श्रद्धांजलि! सरकार से मेरी विनती है की किसानों के लिये जल्द से जल्द कुछ हल निकाले ओर किसानों की बातो को सुने और जल्द समाधान करे।’
65 वर्षीय सिख प्रचारक संत बाबा रामसिंह की फाइल फोटो
गौरतलब है कि दिल्ली की बॉर्डर पर आंदोलनरत किसान 22 दिन से नेशनल हाईवे पर ठिठुरती ठंड में बैठे हुए हैं। इस कंपकंपी सर्दी में 10 से ज्यादा किसानों का निधन हो चुका है। केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों का मामला अब सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।