Breaking NewsBusinessTop NewsWorldक्राइमदेशवायरलव्यापारसोशल मीडिया
IIT मद्रास में 183 से अधिक छात्र और स्टाफ कोरोना वायरस से संक्रमित, कैंपस में मचा हड़कंप

शैक्षणिक संस्थानों में गिने-चुने कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद अब अचानक बड़ी संख्या में कोविड-19 पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं। जिससे प्रबंधन को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास में 183 से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें से अधिकतर छात्र हैं। आईआईटी मद्रास की एक प्रवक्ता ने बताया कि सभी विभाग और प्रयोगशालाएं बंद कर दी गई हैं और अभी केवल 700 छात्र जिनमें अधिकतर शोधार्थी हैं, नौ छात्रावास में रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘कक्षाएं ऑनलाइन ली जा रही हैं।’
183 students have tested positive for COVID-19, from December 1 till today: IIT Madras pic.twitter.com/6acp0ebm4U
— ANI (@ANI) December 15, 2020
तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन ने बताया कि IIT Madras में 100 से अधिक छात्र और अन्य संक्रमित पाए गए हैं और सभी अस्पताल में भर्ती हैं एवं उनकी हालत स्थिर है। उन्होंने आगे बताया कि 444 नमूनों की अभी तक जांच की गई, जिनमें से 183 संक्रमित पाए गए, एक से 12 दिसंबर के बीच संस्थान में संक्रमित पाए जाने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है। स्वास्थ्य सचिव जे. राधाकृष्णन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ‘मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी के निर्देशानुसार इन सभी का ‘किंग्स इंस्टीट्यूट ऑफ प्रीवेंटिव मेडिसिन एंड रिसर्च’ में इलाज चल रहा है और उन सभी की हालत स्थिर है।’
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, आईआईटी मद्रास में छात्रों के लिए नौ छात्रावास और एक गेस्ट हाउस हैं जहां से कोविड-19 के मामले दर्ज किए गए थे। वर्तमान में कुल 774 छात्र परिसर में निवास कर रहे हैं, जिनमें से 408 छात्रों से नमूने अब तक लिए गए हैं। कृष्णा हॉस्टल में सबसे अधिक कोविड-19 के 22 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं और उसके बाद जमुना छात्रावास में 20 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।
Indian Institute of Technology-Madras
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कैंपस में कोरोना वायरस के इतनी बड़ी संख्या में फैलने के पीछे मुख्य वजह सिर्फ एक मेस का होना बताया जा रहा है। मेस में एक साथ काफी लोग एक बार में इकट्ठा हो जाते थे। कई स्टूडेंट्स बिना मास्क ही आते-जाते थे और यही वायरस के फैलने का कारण बना। कैंपस में करीब 774 स्टूडेंट्स हैं और सबसे ज्यादा पॉजिटिव केस कृष्णा और यमुना हॉस्टल से सामने आए हैं।