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बीजेपी मंत्री ने कहा-किसान आंदोलन के पीछे चीन-पाकिस्तान कनेक्शन, संजय राऊत बोले-सरकार करे सर्जिकल स्ट्राइक

मोदी सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों पर अनाप-शनाप आरोप लगाकर मुद्दे को गुमराह करने के प्रयास लगातार जारी है। अब किसान आंदोलन का चीन-पाकिस्तान कनेक्शन बताने पर केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे के बयान की चौतरफा आलोचना हो रही है। किसान नेताओं ने केंद्रीय मंत्री के बयान को किसानों का अपमान बताया है। वहीं महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री बच्चू कडु ने रावसाहेब दानवे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘पिछली बार उन्होंने ऐसा बयान दिया था, तो हमने उनके आवास का घेराव किया था। अब स्थिति यह है कि हमें उनके घर में घुसना होगा और उन्हें पीटना होगा।’
This agitation is not that of farmers. China and Pakistan have a hand behind this: Union Minister Raosaheb Danve in Aurangabad, Maharashtra (09.12) pic.twitter.com/tD9ZGMHfbs
— ANI (@ANI) December 9, 2020
महाराष्ट्र में सत्ताधारी पार्टी शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राऊत ने केंद्रीय मंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर इसमें पाकिस्तान का हाथ है तो सरकार को सर्जिकल स्ट्राइक करनी चाहिए। सांसद संजय राउत ने आगे कहा, ‘अगर केंद्र के एक मंत्री यह जानकारी दे रहे हैं कि यह जो किसान आंदोलन चल रहा है, इसके पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है, तो रक्षा मंत्री को तुरंत चीन और पाक पर सर्जिकल स्ट्राइक करना चाहिए और राष्ट्रपति, रक्षा मंत्री, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और सेनाओं की चीफ को को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।’
This agitation is not that of farmers. China and Pakistan have a hand behind this: Union Minister Raosaheb Danve in Aurangabad, Maharashtra (09.12) pic.twitter.com/tD9ZGMHfbs
— ANI (@ANI) December 9, 2020
इस बयान के सामने आने के बाद विपक्ष लगातार हमलावर बना हुआ है। वहीं ऑल इंडिया किसान सभा के महासचिव हन्नन मुल्ला ने कहा, ‘यह भारतीय किसानों का अपमान है। किसान खुद अपने हितों का नेतृत्व करते हैं और किसी दूसरी ताकत के लिए परेशान नहीं होते।’
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने बुधवार को दावा किया था कि तीन नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर जारी किसानों विरोध प्रदर्शनों के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लेकर पहले मुसलमानों को गुमराह किया गया, लेकिन ये प्रयास सफल नहीं हुए। उन्होंने कहा कि अब किसानों को बताया जा रहा है कि नए कानूनों के कारण उन्हें नुकसान होगा।