Breaking NewsTop NewsWorldक्राइमदेशनई दिल्लीराजनीतिवायरलसोशल मीडिया
मोदी सरकार में बढ़ रही महंगाई को लेकर बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने शेयर किया पीएम मोदी पर बना कार्टून

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बेशक लोगों के संतुष्ट रहने और विपक्ष को लाचार रहने की बात करते हुए अपनी सरकार की तारीफ कर रहे हों लेकिन खुद बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी अपनी सरकार पर हमलावर बने हुए हैं।
देश में बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, प्रशासनिक स्तर पर फैली अव्यवस्था पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने पिछले दिनों मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया। बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने पेट्रोल के दाम को लेकर एक ट्वीट में लिखा, ‘पेट्रोल के दाम 90 रुपये प्रति लीटर पहुंचना भारत सरकार की ओर से देशवासियों का आश्चर्यजनक शोषण है। रिफाइनरी में पेट्रोल के दाम 30 रुपये प्रति लीटर होते हैं। इसके बाद सभी तरह के टैक्स और पेट्रोल पंप कमीशन मिलाकर इसमें 60 रुपये तक की बढ़ोतरी होती है। मेरी नजर में पेट्रोल को अधिकतम 40 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बेचा जाना चाहिए।’
Petrol price at Rs. 90 per litre is a monumental exploitation by GoI of the people of India. The price ex-refinery of petrol is Rs. 30/litre. All kinds of taxes and Petrol pump commission add up the remainder Rs.60. In my view petrol must sell at max. Rs. 40 per litre.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 7, 2020
कुछ दिन पहले नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने लोकतंत्र को लेकर एक विवादित बयान दिया था जिससे हर कोई हैरान हो गया। अमिताभ कांत ने कहा था कि भारत में कड़े सुधारों को लागू करना कठिन होता है, क्योंकि यहां काफी अधिक लोकतंत्र है। जिसके बाद इस बयान की चौतरफा आलोचना हुई थी और मोदी सरकार की नीतियों को लेकर विपक्ष को भी मुद्दा मिल गया। अब बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक कार्टून को ट्विट करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा है। जिस पर अलग-अलग प्रतिक्रिया मिल रही हैं।
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 10, 2020
बीजेपी के मुख्यालय निर्माण को लेकर पीएम मोदी और बीजेपी पार्टी के वरिष्ठ नेता लगातार सवालों के घेरे में बने हुए हैं। अब लगातार बढ़ रही महंगाई और बेरोजगारी के दौर में श्रीराम मंदिर निर्माण, नए संसद भवन निर्माण को लेकर मोदी सरकार लगातार विपक्ष के साथ अपनी ही पार्टी के नेताओं के निशाने पर है।