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देश के मुख्य न्यायाधीश एस०ए०बोबड़े की मां के साथ हुई 2.5 करोड़ रुपए की ठगी, शासन-प्रशासन में मचा हड़कंप

देश का नागरिक अन्याय होने पर हमारी न्यायपालिका की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देखता है किन्तु एक मामले ने न्यायपालिका में ही सनसनी फैला दी है। जानकारी के मुताबिक, देश के मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे की 90 वर्षीय मां मुक्ता बोबडे से उनके 49 वर्षीय केयरटेकर ने ही 2.5 करोड़ रुपए ठग लिए और पैसे लेकर फरार हो गया। बताया जा रहा है कि वह ठगी के आरोपी केयरटेकर तापस घोष को नागपुर पुलिस ने मंगलवार की रात को गिरफ्तार कर लिया। नागपुर पुलिस आयुक्त (सीपी) अमितेश कुमार ने कहा कि डीसीपी विनीता साहू की देखरेख में एक विशेष जांच दल (SIT) इस मामले को देख रही है।
एसआईटी ने अपनी जांच के दौरान गिरफ्तार तापस घोष से पूछताछ की और मंगलवार की देर रात SIT के अधिकारियों ने तापस घोष और उनकी पत्नी के खिलाफ IPC की धारा 409 (आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी) और 467 (जालसाजी) के तहत शहर के सीताबर्डी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया।
बता दें कि CJI एसए बोबडे की मां मुक्ता बोबडे, आकाशवाणी स्क्वायर के पास स्थित सीडन लॉन की मालकिन हैं, जो विवाह और अन्य कार्यों के लिए किराए पर दिया जाता है। बोबडे परिवार ने तापस घोष को 2007 में सीडन लॉन का केयरटेकर नियुक्त किया था। उसे सैलरी के अलावा बुकिंग पर कमीशन भी मिलता था। मुक्ता बोबडे की उम्र और स्वास्थ्य को देखकर उसका फायदा उठाते हुए केयरटेकर तापस घोष और उसकी पत्नी ने पैसों के लेन-देन में हेराफेरी की।
नागपुर पुलिस के सीपी अमितेश कुमार के मुताबिक, 49 वर्षीय तापस घोष ने सीडन लॉन की बुकिंग की, लेकिन उसका पैसा बोबडे परिवार को नहीं दिया, तापस ने कई कस्टमर्स को कथित रूप से जाली रसीदें भी दी थीं। इस धोखाधड़ी का खुलासा लॉकडाउन के दौरान हुआ, जब कई बुकिंग रद्द हुई, लेकिन लोगों को उनका रिफंड नहीं मिला। ग्राहकों की शिकायत के बाद मुक्ता बोबडे ने अगस्त में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। इस पर आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारियों ने एक एसआईटी का गठन किया था।
सीपी अमितेश कुमार ने कहा कि 2017 के बाद से सभी बुकिंग की छानबीन की गई, जिसमें पता चला कि तापस घोष ने बोबडे परिवार को ढाई करोड़ रुपये का चूना लगाया है। सीपी अमितेश कुमार ने कहा कि तापस ने सौर प्रणाली स्थापना और कुछ निर्माण कार्य के बिलों का भुगतान भी नहीं किया है। अधिकारियों का कहना है कि इस घपले की राशि ढाई करोड़ रुपए से अधिक भी हो सकती है।