
देश में बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, प्रशासनिक स्तर पर फैली अव्यवस्था इत्यादि को लेकर विपक्ष बेशक सतारूढ़ पार्टी पर इतना आक्रामक ना रहता हो, किंतु बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी समय-समय पर अपनी ही पार्टी पर जनता की इन समस्याओं को लेकर सवाल उठाते रहते हैं। बढ़ती मंहगाई के दौर में देश में पेट्रोल और डीजल के दाम एक बार फिर आसमान छूते जा रहे हैं। देश में कई शहरों में पेट्रोल 90 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है। लोगों की बढ़ रही मुसीबतों को देखते हुए अब सत्तारुढ़ दल बीजेपी को अपने ही नेताओं का विरोध झेलना पड़ रहा है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने पेट्रोल के बढ़ते दामों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया।
Petrol price at Rs. 90 per litre is a monumental exploitation by GoI of the people of India. The price ex-refinery of petrol is Rs. 30/litre. All kinds of taxes and Petrol pump commission add up the remainder Rs.60. In my view petrol must sell at max. Rs. 40 per litre.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 7, 2020
बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने पेट्रोल के दाम को लेकर एक ट्वीट में लिखा, ‘पेट्रोल के दाम 90 रुपये प्रति लीटर पहुंचना भारत सरकार की ओर से देशवासियों का आश्चर्यजनक शोषण है। रिफाइनरी में पेट्रोल के दाम 30 रुपये प्रति लीटर होते हैं। इसके बाद सभी तरह के टैक्स और पेट्रोल पंप कमीशन मिलाकर इसमें 60 रुपये तक की बढ़ोतरी होती है। मेरी नजर में पेट्रोल को अधिकतम 40 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बेचा जाना चाहिए।’
विदित हो कि दिल्ली में मंगलवार को पेट्रोल के दाम 83.71 रुपये और डीज़ल 73.87 रुपये प्रति लीटर हैं। मुंबई में पेट्रोल के दाम 90.34 रुपये और डीज़ल 80.51 रुपये प्रति लीटर हैं। कोलकाता में पेट्रोल 85.19 रुपये और डीज़ल 77.44 रुपये प्रति लीटर हैं। चेन्नई में पेट्रोल 86.51 रुपये और डीज़ल के दाम 79.21 रुपये प्रति लीटर हैं।
Confused Bhakts in dilemma, whom to abuse and whom not. Even lessons from Whatsapp University aren't working.
Remember reading "bahut hui mehangai ki maar, abki baar modi sarkaar", alongside the picture of a gareeb jholachaap at most of the fuel stations in India?#PetrolPrice pic.twitter.com/317Gb9cjU8
— Nitesh Jain (@TheRebeliousBoy) December 7, 2020
एक ट्विटर यूजर ने बीजेपी नेता के ट्वीट पर कमेंट करते हुए लिखा कि भक्तों को समझ नहीं आ रहा है कि किसका समर्थन किया जाए। वर्ष 2012 में पेट्रोल की कीमत जब 67 रुपये पर पहुंच गई थी तब पीएम मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। उस समय बीजेपी की तरफ से बढ़ रही कीमतों को लेकर बड़ा विरोध किया गया था। उस समय कई बॉलीवुड सेलिब्रिटी ने भी मनमोहन सिंह की सरकार पर ट्वीट किया था। उन सेलिब्रिटीज के पुराने ट्वीट भी ट्रेंड कर रहे हैं।
बता दें कि रविवार को पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अनुमान जताया था कि पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (OPEC) के कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने के हाल के फैसले के बाद ईंधनों के दामों (Fuel Prices) में स्थिरता आएगी। मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था, ”ओपेक ने दो दिन पहले ही फैसला किया है कि वह कच्चे तेल का पांच लाख बैरल उत्पादन हर रोज बढ़ाएगा। इसका हमें फायदा मिलेगा और हमारा अनुमान है कि (ईंधनों के) दाम स्थिर होंगे। जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ते हैं, तो यहां (भारत में) भी (ईंधनों के) दाम बढ़ते हैं।’