Breaking NewsBusinessTop NewsWorldक्राइमराजनीतिवायरलविदेशव्यापारसोशल मीडिया
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति वेलेरी गिसकार्ड का कोविड-19 संक्रमण से हुआ निधन, नकली वैक्सीन को लेकर हाईअलर्ट जारी

वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से पूरे विश्व में हड़कंप मचा हुआ है। बहुत से देश कोविड-19 के इलाज के लिए वैक्सीन बनाने पर काम कर रहे हैं। पूरा विश्व वैक्सीन को लेकर चुनिंदा देशों की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रहा है। कोरोना वायरस से दुनियाभर में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 6.48 करोड़ के पार हो गया। 4 करोड़ 49 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 14 लाख 98 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति वेलेरी गिसकार्ड डिएस्टेंग का 94 वर्ष की आयु में कोरोना संक्रमण से निधन हो गया। इंटरपोल ने सभी देशों को चेतावनी जारी करते हुए नकली वैक्सीन को लेकर हाई अलर्ट कर दिया है। फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति वेलेरी गिसकार्ड डिएस्टेंग को यूरोपीय देशों को एकजुट करने के लिए जाना जाता है। वे 1974 से 1981 तक राष्ट्रपति रहे। उन्हें कुछ दिन पहले सांस लेने में दिक्कत हुई थी। इसके बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। स्वस्थ होने के बाद वे घर आ गए थे। बुधवार को उन्हें अचानक फिर दिक्कत हुई। देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली। परिवार ने बताया कि वेलेरी कोरोना संक्रमित थे।
इंटरपोल ने बुधवार रात एक ग्लोबल अलर्ट जारी करते हुए सभी देशों से कहा गया है कि कोविड-19 के दौर में कुछ लोग संगठित अपराध में शामिल हो रहे हैं और ये नकली कोरोना वैक्सीन सप्लाई कर सकते हैं। पेरिस मुख्यालय से जारी बयान में एजेंसी ने कहा कि उसने इस बारे में 194 देशों को अलर्ट जारी किया है। इसमें कहा गया है कि वे इस बात को तय करें कि किसी तरह की नकली वैक्सीन लोगों तक न पहुंच पाए। इसके लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर भी नजर रखें। इसके लिए वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों और जांच एजेंसियों के बीच तालमेल होना जरूरी है।
बता दें कि भारत में पांच दवा कंपनियां कोरोना वैक्सीन बनाने का काम कर रही हैं, जिसमें से दो कंपनियां भारत द्वारा विकसित वैक्सीन बना रही हैं जबकि तीन विदेशी कंपनियां सहयोग से वैक्सीन तैयार कर रही हैं, लेकिन टीके कोरोना को खत्म करने के लिए पर्याप्त नहीं होंगे। हमें स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। प्रोफेसर भार्गव ने कहा, वैक्सीन आने के बाद भी कोविड-19 के दिशा-निर्देश बने रहेंगे और मास्क की जरूरत बनी रहेगी।
बता दें कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ज़ाक शिराक का 86 वर्ष की उम्र में दो माह पहले निधन हुआ था।