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मुख्यमंत्री केजरीवाल को लेकर सपना चौधरी ने दिया बेतुका बयान, कहा- उनकी वजह से कलाकार आत्महत्या की हालत में

पिछले दिनों बेटे के जन्म देने के बाद हरियाणा में उपजे विवाद के अब हरियाणवी डांसर सपना चौधरी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर 25 मिनट लाइव आकर सपना चौधरी ने कोरोनाकाल में कलाकारों की बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए। दिल्ली के सीएम को कोसते हुए सपना चौधरी ने कहा कि शादी-समारोह में 50 मेहमानों के शामिल होने की पाबंदी से लाखों कलाकारों का रोजगार छिन गया।
सपना चौधरी ने कहा कि कलाकार को जब काम नहीं मिलता तो वह गरीब होता है और इस वक्त वह भी गरीब है, क्योंकि लॉकडाउन व कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण से पूरी इवेंट इंडस्ट्री का काम बुरी तरह से प्रभावित है। 25 मिनट के लाइव में उन्होंने केवल और केवल लॉकडाउन में कलाकारों की स्थिति के बारे में बात की।
सपना चौधरी ने दिवाली के एक कार्यक्रम का जिक्र करते हुए दिल्ली के सीएम केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि दिपावली के दिन जब अरविंद केजरीवाल ने अक्षरधाम से लोगों को संबोधित किया तो क्या उससे कोरोना नहीं फैलता, जबकि शादी समारोह में सभी लोग एक स्थान पर महज कुछ देर के लिए मास्क लगाकर एकत्रित होते हैं। सपना चौधरी ने कहा कि बस स्टैंड आदि सार्वजनिक स्थानों पर भी लोगों की भीड़ होती है और वहां नियम भी टूटते हैं, जबकि केजरीवाल सरकार द्वारा शादी समारोह में मेहमानों की संख्या पर पाबंदी के निर्णय से लाखों कलाकारों की जिंदगी प्रभावित होगी क्योंकि कलाकारों के लिए शादी-समारोह का ये सीजन ही सालभर की कमाई करने का समय होता है।
रोजगार के मुद्दे पर सपना चौधरी ने कहा कि बेशक लोगों को ये मुद्दा छोटा लगता हो, लेकिन लाखों कलाकारों का रोजगार छिन गया और वो सुसाइड करने के तादात में हैं। इस स्थिति को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने शादी-समारोह की पाबंदियों हटाने की अपील की।
बता दें कि पिछले कुछ सप्ताह से देश की राजधानी नई दिल्ली में कोरोना से हालात बदतर होते जा रहे हैं। दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात और असम में कोरोना से बिगड़ते हालात के बीच सुप्रीम कोर्ट ने इन सभी राज्य सरकारों से जवाब मांगा है। सोमवार को जस्टिस अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने राज्य सरकारों को फटकारते हुए कोरोना से निपटने के लिए उठाए कदमों को स्टेटस बताने को कहा। साथ ही केन्द्र सरकार से किस तरह की मदद चाहते हैं यह भी बताने को कहा है। खंडपीठ कोरोना के संकट और शवों के दुरुपयोग मामले पर सुनवाई कर रही है। जस्टिस अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने दिल्ली सरकार से पूछा, ‘पिछले दो हफ्तों में स्थिति बदतर हो गई है। हमारा सवाल है कि मौजूदा स्थिति क्या है और आप क्या कदम उठा रहे हैं?’ बेंच ने इस बात पर चिंता जाहिर कि नवंबर के महीने में दिल्ली, महाराष्ट्र, और गुजरात में कोविड-19 के मामलों में इजाफा आया है। ये सभी राज्य अपनी स्टेटस रिपोर्ट अगली सुनवाई में दाखिल करें।