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दुनिया के सबसे कम उम्र के प्रोग्राम डेवलपर बन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाया भारत के 6 वर्षीय अर्हंम ने

दुनिया के सबसे कम उम्र के प्रोग्राम डेवलपर बने गुजरात के अहमदानगर में रहने वाले अर्हंम तलसानिया ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवा लिया है। बता दें कि मात्र 6 साल की उम्र में पायथन लैंग्वेज में प्रोग्राम डेवलपिंग की परीक्षा में 1000 में से 900 अंक लेकर पाकिस्तान मूल के ब्रिटिश नागरिक महमद हमजा का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। हमज़ा 7 साल का है जबकि उसने अब तक 700 मार्क्स स्कोर किए थे।

 

उल्लेखनीय है कि अर्हम के पिता ओम तलसानिया खुद एक मल्टी नेशनल कंपनी में सॉफ्टवेर डेवलपर के पद पर कार्यरत हैं। अर्हम के पिता ओम तलसानिया के मुताबिक अर्हम जब दो साल का था तब से ही टेबलेट्स और कम्प्यूटर से इस कदर फैमिलियर था कि मानो वो कुछ और करना चाहता है। अर्हम जब 4 साल का था तब उसके पिता ओम ने पायथन लेंग्वेज की कोडिंग की समझ देनी शुरू की और जल्दी ही वो खुद ऐप्स बनाने लगा।

थोड़ी प्रोफेशनल ट्रेनिंग के बाद अर्हंम पायथन एक्जाम क्रेक करने की तैयारी करने लगा और इस साल जनवरी मैं उसने माइक्रोसॉफ्ट के सेंटर में यह परीक्षा दी जिसे पास करना बड़े लोगों के लिए भी बेहद मुश्किल माना जाता है। लेकिन अर्हम ने 1000 मे से 900 मार्क्स स्कोर किये। उसके नतीजे के बाद परीक्षा लेने वालों के साथ हम सभी हैरान थे। इतनी छोटी उम्र में ‘माइक्रोसॉफ्ट टेक्नोलॉजी एसोसिएट्स’ के तौर पर पहचाना जाना यह बड़ी बात है।

कुछ समय बाद, माइक्रोसॉफ्ट ने इसकी जानकारी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड को दी जिन्होंने आज आधिकारिक तौर पर अर्हम को दुनिया का सबसे कम उम्र के सॉफ्टवेयर डेवलपर के तौर पर नवाजा है।

6 वर्षीय अर्हंम तलसानिया ने बताया, “मेरे पिता ने मुझे कोडिंग सिखाई। जब मैं 2 साल का था तब मैंने टैबलेट का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था। 3 साल की उम्र में, मैंने आईओएस और विंडोज के साथ गैजेट्स खरीदे। बाद में मुझे पता चला कि मेरे पिता पायथन पर काम कर रहे थे।” तल्सानिया ने आगे कहा, “मैं एक व्यवसाय उद्यमी (business entrepreneur) बनना चाहता हूं और सभी की मदद करना चाहता हूं। मैं कोडिंग के लिए ऐप, गेम और सिस्टम बनाना चाहता हूं। मैं जरूरतमंदों की मदद करना चाहता हूं,” जानकारी के मुताबिक, अर्हंम फिलहाल खुद का एक गेम बना रहे हैं जो 2D और 3D वर्जन में होगा। अर्हंम के मुताबिक वो बड़ा होकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) पर काम करते हुए रोबोट बनाना चाहता है।

✍️ दिनेश दिनकर

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