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मध्यप्रदेश में कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर चला बुलडोजर, उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी का किया था प्रचार

मध्य प्रदेश के इंदौर में कम्प्यूटर बाबा के आश्रम पर स्थानीय प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बुलडोजर चला दिया। इसके अलावा कम्प्यूटर बाबा सहित 6 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। कम्प्यूटर बाबा ने हाल ही में राज्य में सम्पन्न हुए उपचुनाव में कांग्रेस का प्रचार किया था। प्रशासन की इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इसे बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताते हुए विरोध किया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा, “इंदौर में बदले की भावना से Computer बाबा का आश्रम व मंदिर बिना किसी नोटिस दिए तोड़ा जा रहा है। यह राजनैतिक प्रतिशोध की चरम सीमा है मैं इसकी निंदा करता हूं।”
इंदौर में बदले की भावना से Computer बाबा का आश्रम व मंदिर बिना किसी नोटिस दिए तोड़ा जा रहा है। यह राजनैतिक प्रतिशोध की चरम सीमा है। मैं इसकी निंदा करता हूँ।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) November 8, 2020
वहीं दूसरी तरफ, कम्प्यूटर बाबा के अवैध अतिक्रमण को हटाने के बाद प्रशासन ने दावा किया है कि जिस ज़मीन पर अतिक्रमण हटाया है उसका मूल्य लगभग 80 करोड़ रुपये है. सम्पूर्ण क्षेत्र का रक़बा 40 एकड़ से भी अधिक है। यहां अब एक अच्छी गौशाला का निर्माण होगा। साथ ही यहां धार्मिक स्थल का विकास भी होगा। जिला प्रशासन द्वारा इस संबंध में विधिवत कार्य योजना बनायी जाएगी और इसे एक धार्मिक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
इंदौर में कम्प्यूटर बाबा के आश्रम पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई.आश्रम का अतिक्रमण हटाया..कम्प्यूटर बाबा सहित 6 गिरफ्तार,कम्प्यूटर बाबा ने उपचुनाव में किया था @INCMP @INCIndia का प्रचार, @BJP4India @BJP4MP ने भी दिया था मंत्री का दर्जा @ndtv @ndtvindia pic.twitter.com/u064ugOpyo
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) November 8, 2020
कांग्रेस नेता कमलनाथ की अगुवाई वाली सरकार के समय कंप्यूटर बाबा के नाम से मशहूर नामदेव त्यागी को नदी संरक्षण न्यास का अध्यक्ष बनाया गया था। इन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त था। राज्य की 28 विधानसभा सीटों पर तीन नवंबर को संपन्न उप चुनावों से पहले कम्प्यूटर बाबा ने अन्य साधु-संतों के साथ ‘लोकतंत्र बचाओ यात्रा’ निकाली थी। चुनाव क्षेत्रों से गुजरी इस यात्रा में कम्प्यूटर बाबा ने कांग्रेस के उन 22 बागी विधायकों को ‘गद्दार’ बताया था जिनके विधानसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण तत्कालीन कमलनाथ सरकार का 20 मार्च को पतन हो गया था। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च को सूबे की सत्ता में लौट आई थी। कम्प्यूटर बाबा राज्य में इससे पहले भी कांग्रेस के पक्ष में चुनावी अभियान चला चुके हैं। लोकसभा के पिछले चुनावों में उन्होंने भोपाल सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के समर्थन में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान किये थे।