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तिरंगे के अपमान वाले बयान पर महबूबा मुफ्ती की ही पार्टी के 3 नेताओं ने विरोध जताते हुए पार्टी से दिया इस्तीफा

जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने को लेकर एक वर्ष से अधिक का समय हो चुका है किन्तु जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अभी तक इस कानून को लेकर असहमति जता रही है और भारत के राष्ट्रीय ध्वज को लेकर ही अमर्यादित टिप्पणी कर रही है। पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती का तिरंगे को लेकर विवादित बयान देना भारी पड़ रहा है। सोमवार को महबूबा मुफ्ती के बयान से नाराज होकर उनकी ही पीडीपी पार्टी के तीन नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। उल्लेखनीय है कि पीडीपी से इस्तीफा देने वाले तीन नेता टी.एस. बाजवा, वेद महाजन और हुसैन ए वफ़ा हैं।
PDP leaders TS Bajwa, Ved Mahajan & Hussain A Waffa resign from the party.
In a letter to party pres Mehbooba Mufti (in file pic) they state that they are 'feeling quite uncomfortable over some of her actions and undesirable utterances specially which hurt patriotic sentiments'. pic.twitter.com/EsjoZn5geq
— ANI (@ANI) October 26, 2020
इस्तीफा देते हुए तीनों नेताओं ने महबूबा मुफ्ती को पत्र लिखते हुए देश के राष्ट्रीय ध्वज को लेकर पूर्व में दिए गए उनके बयान पर नाराजगी जताई है। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हाल में कहा था कि जब तक घाटी में आर्टिकल 370 के निरस्त प्रावधान दोबारा लागू नहीं हो जाते, वह कोई भी झंडा नहीं थामेंगी।
पीडीपी के तीन नेताओं द्वारा इस्तीफा देने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल पत्र
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को लिखे पत्र में टी.एस. बाजवा, वेद महाजन और हुसैन ए वफ़ा ने कहा कि वे उनके कुछ कामों और बयानों, विशेष रूप से जो देशभक्ति की भावनाओं को आहत करते हैं, की वजह से असहज महसूस कर रहे हैं।’ ऐसी स्थिति में उनका पार्टी में बने रहना मुश्किल है। इस कारण वे सब पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं।
#WATCH: Bharatiya Janata Party (BJP) workers hoist the national flag at Peoples Democratic Party (PDP) office in Jammu. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/wCCYpzCDhA
— ANI (@ANI) October 26, 2020
जानकारी के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के इस विवादित बयान से नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जम्मू में सोमवार को पीडीपी के कार्यालय पर तिरंगा फहराकर अपना विरोध जताया। काफी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने वहां जमकर नारेबाजी की। साथ ही, जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में सोमवार को तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं को उस वक्त हिरासत में ले लिया गया जब वे लाल चौक के क्लॉक टॉवर पर तिरंगा फहराने के लिए आगे बढ़ रहे थे। बीजेपी कार्यकर्ता ‘भारत माता की जय’ के नारे भी लगा रहे थे। स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी कुपवाड़ा यूनिट के कार्यकर्ता सोमवार को श्रीनगर के लाल चौक स्थित घंटाघर पहुंचे। उन्होंने वहां तिरंगा फहराने की कोशिश की, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए जाने के दौरान भी कार्यकर्ता ‘भारत माता की जय’ के नारे लगा रहे थे।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के इस बयान पर असहमति जताई है। JKPCC प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने कहा कि इस तरह के बयान समाज में स्वीकार करने योग्य नहीं हैं। उन्हें इस तरह के बयानों से बचना चाहिए था। कांग्रेस ने कहा कि इस बयान से लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। तिरंगा देश की अखंडता का प्रतीक है और ये याद दिलाता है कि किस तरह सभी ने एक साथ मिलकर आजादी हासिल की थी।
इस पूरे घटनाक्रम पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा की जम्मू कश्मीर की देशभक्त जनता न केवल आज का दिन जम्मू कश्मीर के भारत के साथ विलय के रूप में मना रही है, बल्कि आज तिरंगा झंडा थाम कर इन लोगों ने महबूबा मुफ्ती के उन बयानों को भी नकार दिया है, जिनमें उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज के लिए आपत्तिजनक शब्द कहे थे। रविंद्र रैना ने कहा कि आज ही बीजेपी के तीन राष्ट्रभक्त नेताओं ने पार्टी को अलविदा कहा है जिससे यह साफ होता है कि महबूबा के यह बयान जम्मू कश्मीर की जनता पर लागू नहीं होते।