Breaking NewsTop NewsTravelक्राइमछोटा पर्दादेशमनोरंजनमहाराष्ट्रवायरलसिनेमासोशल मीडियाहरियाणा

अभिनेत्री कंगना राणावत की फ्लाइट में हंगामा करने वाले 9 पत्रकारों को IndiGo ने किया बैन, जबरदस्ती घुस गए थे फ्लाइट में

पिछले महीने चंडीगढ़ से मुंबई जा रही अभिनेत्री कंगना राणावत के साथ फ्लाइट में पत्रकारों द्वारा हंगामा करने का मामला सामने आया था। जिसपर मिली शिकायत के आधार पर निजी क्षेत्र की एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने नौ पत्रकारों को बैन कर दिया है। उल्लेखनीय है कि दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद महाराष्‍ट्र की शिवसेना सरकार के साथ जुबानी हमले करने को लेकर पत्रकार कंगना राणावत की एक झलक कैमरे में कैद करने के लिए उत्साहित थे जिससे अव्यवस्था हो गई थी। डायरेक्‍टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने निजी एयरलाइन इंडिगो से 9 सितंबर की घटना के सिलसिले में कार्रवाई करने को कहा था। DGCA का कहना था कि चंडीगढ़-मुंबई फ्लाइट में हंगामा करने वाले लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। कंगना राणावत उस फ्लाइट (6E-264) में फर्स्‍ट रो में बैठी थीं। जैसे ही फ्लाइट मुंबई एयरपोर्ट पर उतरी, टीवी रिपोर्टर्स और कैमरामैन उनकी एक झलक के लिए विमान में घुस गए थे।

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर इस घटना के बाद DGCA ने गाइडलाइंस में थोड़ा बदलाव कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, अब फ्लाइट में बिना पूर्व इजाजत के कोई फोटो नहीं खींच सकता है। प्लेन के टेक ऑफ, लैंडिंग और किसी डिफेंस की जगह पर खड़े रहने के दौरान फोटो खींचने की इजाजत नहीं है। यात्रा के दौरान रिकार्डिंग करने वाले उपकरण के इस्तेमाल की इजाजत नहीं है। DGCA ने कहा है कि यात्री ऐसा कोई डिवाइस इस्तेमाल नहीं कर सकते, जिससे भीड़-भाड़ हो, लोगों की सुरक्षा को खतरा हो या फ्लाइट खतरे में पड़ जाए।

इंडिगो ने शिकायत के इस घटनाक्रम पर DGCA को एक रिपोर्ट सौंपी थी। इस घटना को सुरक्षा नियमों और कोविड ट्रेवल प्रोटोकॉल का उल्‍लंघन माना गया था। रिपोर्टर्स ने मास्‍क उतार रखे थे और सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन नहीं हुआ था। विमान के अंदर फोटॉग्राफी की इजाजत नहीं है। फ्लाइट के क्रू मेंबर्स ने बार-बार सबसे अपनी सीट पर बैठने की अपील की, लेकिन वे नहीं माने। घटना में इंडिगो के ग्राउंड स्‍टाफ की चूक भी मानी गई क्‍योंकि उन्‍होंने बड़े-बड़े कैमरों को भीतर जाने दिया था।

बता दें कि बांद्रा में स्थित अभिनेत्री कंगना राणावत के ऑफिस को बीएमसी द्वारा 9 सितंबर को ध्वस्त कर दिया गया था। हालांकि बॉम्बे हाईकोर्ट से स्टे ऑर्डर मिलने के बाद इस काम को बीच में रोक दिया गया था। तब कंगना राणावत चंडीगढ़ से मुंबई फ्लाइट से आ रही थी, उस दौरान फ्लाइट में पत्रकारों ने उनके साथ इस तरह का व्यवहार किया था। बता दें कि इन 9 पत्रकारों को 15 दिन के लिए प्रतिबंधित किया गया है।

Tags

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Close