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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सिंह को बताया ‘रावण’ जैसा मायावी

चुनावी सभाओं में बयानों की गिरती मर्यादा हमेशा चिंता का विषय रहा है। मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के प्रचार-प्रसार के दौरान मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री एक दूसरे पर जमकर‌ शब्दों की गरिमा का ध्यान रखे बिना आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सिंह ने ग्वालियर चंबल में चुनावी सभाएं कीं। इस दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सिंह को रावण जैसा मायावी बताया, वहीं कमलनाथ ने भी इतिहास याद दिला दिया।

मुरैना के अंबाह और ग्वालियर में सभाएं करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि मायावी रावण भी था और उसने माता सीता का हरण करने के लिए कैसी माया रची थी? उस मायावी के चक्कर में माता सीता आ गईं थी और उनका हरण हो गया था, इसलिए इस बार कांग्रेसियों के कहने में नहीं आना है। हम अब युवाओं के लिए सरकारी भर्तियां निकाल रहे हैं तो कमलनाथ ट्वीट करके कह रहे हैं कि यह सब हमारे वचन पत्र में था और सरकार में रहते तो हम भी भर्तियां करते, लेकिन जब मुख्यमंत्री थे तब तो कुछ किया नहीं और अब कह रहे हैं कि हम भी करते।

उल्लेखनीय है कि भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सिंह ने ‘आयटम’ बोला था। इमरती देवी को आइटम कहने पर सीएम शिवराज ने कहा कि आज अष्टमी है। हम नवरात्रि में मातारानी की आराधना करते हैं, उन्हें पूजते हैं, लेकिन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ तो उनका अपमान कर रहे हैं, उन्हें अपशब्द कह रहे हैं और फिर माफी भी नहीं मांगते हैं।

इस तरह की बयानबाजी पर पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सिंह ने कहा कि शिवराज जी आज सभाओं में लोगों से कह रहे हैं कि मैं अभी टेंपरेरी मुख्यमंत्री मुझे परमानेंट मुख्यमंत्री बनाओ तो शिवराज जी जनता ने तो आपको पूरे 15 वर्ष परमानेंट मुख्यमंत्री बनाए रखा, आपने तो प्रदेश को बर्बाद कर दिया, विकास की दृष्टि से पीछे धकेल दिया। अब जनता धोखा खाने वाली नहीं है, वह आपको फिर से घर बैठायेगी। जनता ने आपको 2018 में ही पहचान लिया था। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सिंह ने आगे कहा कि ‘चंबल वीरों की भूमि है, मैं उसे नमन करता हूं। यहां के लोग बड़ी संख्या में सेना में शामिल होकर सीमा पर देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। यहां का खून गर्म है, वह लड़ सकता है। लेकिन बिक नहीं सकता। यहां के पानी की तासीर में बगावत है लेकिन गद्दारी नहीं। जिसने चंबल से गद्दारी की, उसे चंबल कभी माफ नहीं करता। भाजपा ने सौदेबाजी कर प्रदेश को देश भर में कलंकित किया है, बदनाम किया है। ग्वालियर-चंबल के लोग और प्रदेश की जनता इस अपमान का व कलंक का बदला जरूर लेगी। हम चंबल घाटी के शहीदों की याद में भव्य शहीद स्मारक बनाएंगे।’

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