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खुद को सीएम कैंडिडेट कहने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी लड़ेंगी शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे के खिलाफ चुनाव, लंदन से की है पढ़ाई

समय का पहिया अपने तरीके से घूमता रहता है, देश में कुछ युवाओं को वोट करने से ही परहेज होता है तो कुछ युवा चुनाव में फ्रंटलाइन पर खड़े होकर राजनीति में सुधार लाने की बात करते हैं। द प्लूरल्स पार्टी की विधानसभा प्रत्याशी पुष्पम प्रिया चौधरी अपने पहले ही चुनाव में खुद को सीएम कैंडिडेट घोषित करते हुए बिहार में बदलाव लाने की बात कर रही हैं।
द लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिक्स साइंस से मास्टर ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन कर चुकीं पुष्पम प्रिया चौधरी ने बताया कि उनकी आय का स्रोत कंसलटेंसी है। उनकी उपजीविका राजनीति है।

33 वर्षीय पुष्पम प्रिया द्वारा चुनावी हलफनामे में दी गई जानकारी के अनुसार उनके पास कुल चल संपत्ति 15 लाख 92 हजार 487 रुपए की है तो वहीं अचल संपत्ति के नाम पर शून्य है। उनके पास पांच लाख का नीलम और तीन लाख का पुखराज है। इसके अलावा पुष्पम प्रिया के पास न तो घर है, न मकान और न ही वाहन है। हाथ में नकदी आठ हजार और कई बैंक खाते भी है। राष्ट्रीय बचत योजना, डाक बचत, बीमा और कई पालिसी भी है। पुष्पम प्रिया ने एजुकेशन लोन भी ले रखा है।

पुष्पम प्रिया चौधरी ने ‘द प्लूरल्स पार्टी’ से नामांकन करते हुए बांकीपुर सीट पर दावेदारी पेश की है। वहीं पूर्व भाजपा नेत्री और राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य रह चुकीं सुषमा साहू ने इस बार निर्दलीय नामांकन किया है। बांकीपुर सीट पर ये दोनों उम्मीदवार भाजपा के निवर्तमान विधायक नितिन नवीन को टक्कर देंगे। इस सीट से कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा पर‌ भरोसा जताया है। बता दें कि पुष्पम प्रिया पर चुनाव आचार संहिता उल्लघंन का एक मामला दर्ज हो चुका है।

पुष्पम प्रिया चौधरी बिहार दरभंगा से 15 किमी दूर विशनपुर गांव की रहने वाली हैं। लोगों के लिए बेशक राजनीति में ये नया चेहरा लगे किन्तु इनके परिवार के अधिकतर लोग राजनीति से जुड़े रहे हैं। पुष्पम प्रिया के पिता बिनोद कुमार चौधरी नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से एमएलसी रहे हैं। पुष्पम प्रिया चौधरी के दादा और चाचा भी जेडीयू के ही नेता हैं।  उनके चाचा विनय कुमार चौधरी दरभंगा की बेनीपुर सीट से जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।

पुष्पम प्रिया चौधरी की द प्लुरल्स पार्टी का चुनाव चिन्ह सफेद घोड़ा है, जिसमें पंख लगे हुए हैं और पार्टी ने नारा दिया है ‘जन गण सबका शासन’। पुष्पम और उनकी प्लुरल्स पार्टी ने लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया पर ’30 ईयर्स ऑफ़ लॉकडाउन इन बिहार’ का कैंपेन चलाया था। बता दें कि पुष्पम प्रिया चौधरी बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में दो सीटों से चुनाव लड़ रही हैं जिनमें मधुबनी जिले की बिस्फी विधानसभा सीट और बारांबकी विधानसभा सीट हैं।

एक इंटरव्यू में पुष्पम प्रिया ने खुद को नेताजी कहने पर ऐतराज उठा‌या था। उन्होंने कहा कि वह नेताजी नहीं हैं, वो सिर्फ पॉलिसी मेकर बनना चाहती हैं। पुष्पम प्रिया चौधरी ने कहा कि असली नेताजी तो सुभाष चंद्र बोस, डॉ राजेंद्र प्रसाद और जयप्रकाश नारायण थे।

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