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स्वर्गीय रामविलास पासवान को मिले ‘मरणोपरांत भारत रत्न’, जीतन राम मांझी ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री रहे रामविलास पासवान पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। राष्ट्रीय स्तर के इस नेता के बिना ही अब बिहार के विधानसभा चुनाव होते रहेंगे। स्वर्गीय रामविलास पासवान के राजनीतिक कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर दिवंगत नेता रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग की है।
Hindustani Awam Morcha Chief Jitan Ram Manjhi writes to President Ram Nath Kovind, demands conferring Bharat Ratna on late Union Minister #RamVilasPaswan (file pic) pic.twitter.com/uVIwHXubFH
— ANI (@ANI) October 10, 2020
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे एक पत्र में नई दिल्ली स्थित पासवान के 12, जनपथ वाले बंगले को एक स्मारक में तब्दील करने का भी अनुरोध किया है। ताकि भावी पीढ़ी को रामविलास पासवान और उनकी सेवाओं के बारे में युवाओं को बताते हुए प्रेरित किया जा सके। लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय रामविलास पासवान इस बंगले में करीब 31 वर्षों तक रहे हैं।
बता दें कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार भी दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट कर भारत सरकार से उन्हें भारत रत्न दिए जाने की सिफारिश कर चुके हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘दिवंगत रामविलास पासवान को भारत रत्न मिलना चाहिए। शोषितों, वंचितों एवं दलितों के उत्थान के लिए हमेशा मुखर रहने वाले तथा उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए आजीवन कार्य करने वाले महान राजनीतिज्ञ परम आदरणीय स्व. रामविलास पासवान जी को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया जाना चाहिए। मैं इसका समर्थन करता हूं।’
शोषितों,वंचितों एवं दलितों के उत्थान के लिए हमेशा मुखर रहने वाले तथा उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए आजीवन कार्य करने वाले महान राजनीतिज्ञ परम आदरणीय स्व. रामविलास पासवान जी को "भारत रत्न" से सम्मानित किया जाना चाहिए। मैं इसका समर्थन करता हूं। @iChiragPaswan pic.twitter.com/5YaHawJKjf
— Dr. Prem Kumar (@DrPremKrBihar) October 10, 2020
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच उठ रही इन मांगों को लेकर यह भी चर्चा शुरू हो गई है कि बिहार चुनाव से पहले नेता अपनी छवि को बेहतर बनाने में जुटे हुए हैं। दलित नेता स्वर्गीय रामविलास पासवान के समर्थन में बयानबाजी करते हुए कुछ नेता दलितों का वोट बैंक बचाने की तैयारी में लगे हुए हैं। बता दें कि लंबी बीमारी के बाद गुरुवार देर शाम 74 वर्षीय रामविलास पासवान का निधन हो गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री पासवान पिछले कई दिनों से दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। शनिवार को दीघा घाट पर पासवान का अंतिम संस्कार किया गया। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक रामविलास पासवान के आकस्मिक निधन के बाद उनके बेटे चिराग पासवान उनकी राजनीतिक विरासत को संभालते हुए बिहार विधानसभा चुनाव में डटे हुए हैं।