Breaking NewsTop Newsक्राइमदेशनई दिल्लीपंजाबराजनीतिवायरलसोशल मीडिया
पश्चिम बंगाल में पुलिस ने सिख समुदाय के पूर्व भारतीय सैनिक की उतारी पगड़ी, सिख समाज में भारी आक्रोश

पश्चिम बंगाल के सचिवालय ‘नाबन्ना’ के बाहर हुए बीजेपी के प्रदर्शन के दौरान कोलकाता पुलिस की कार्रवाई को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। जानकारी के मुताबिक, कोलकाता में बीजेपी के प्रदर्शन के दौरान स्थानीय पुलिस द्वारा एक सिख युवक को जबरन पीटने और पगड़ी खींचने का वीडियो वायरल हो गया है जिसके बाद ममता बनर्जी सरकार की चौतरफा आलोचना हो रही है। सिख समुदाय के अपमान से जुड़े इस मुद्दे पर बीजेपी का आरोप है कि कोलकाता पुलिस ने बठिंडा के रहने वाले 43 वर्षीय सिख शख्स बलविंदर सिंह की पगड़ी खींच कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया है।
Plz have a look into this matter @MamataOfficial this isn’t done 😡😡 https://t.co/mKrbQhn1qy
— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) October 9, 2020
इस पूरे घटनाक्रम पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने नाराजगी जाहिर की है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने ट्विटर पर वीडियो को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ साझा करते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
सरदार बलविंदर सिंह जी की पगड़ी खींच कर बंगाल पुलिस ने देश के सभी सिखों का अपमान किया है, आज ऐसा प्रतीत होता है कि बंगाल में पुनः मुग़लों का शासन स्थापित हो गया है।
क्या बंगाल में एक समुदाय विशेष को छोड़ कर बाकी किसी की भी धार्मिक भावनाओं का सम्मान नही रहा? pic.twitter.com/uYjCl7G6ze
— Arvind Menon (@MenonArvindBJP) October 9, 2020
गौरतलब है कि बीजेपी नेता मनीष शुक्ला की हत्या के विरोध में बीजेपी ने गुरुवार को प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सचिवालय ‘नाबन्ना’ के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। बीजेपी कार्यकर्ता जब सचिवालय के गेट के अंदर जाने की कोशिश करने लगे तो कोलकाता पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौराना वहां मौजूद कई बीजेपी कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी ले लिया गया। हावड़ा मैदान इलाके के बाहर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बलविंदर सिंह के साथ भी मारपीट की। पुलिस का आरोप है कि बलविंदर सिंह के पास से 9 एमएम की एक पिस्तौल मिली है। वहीं जानकारी के मुताबिक, बलविंदर ने हिरासत में लिए जाने के बाद पिस्तौल का लाइसेंस भी दिखाया जो कि अगले साल जनवरी तक मान्य है। बता दें कि बलविंदर सिंह भारतीय सेना का पूर्व सैनिक है, जो कि राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
इस वीडियो के सामने आने के बाद हावड़ा पुलिस की ओर से सफाई देते हुए कहा गया कि जानबूझकर पगड़ी खींचने का कोई इरादा नहीं था। हालांकि वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि बलविंदर सिंह की पहले पगड़ी खींची गई, उसके बाद जब वह अपनी पकड़ी संभालते हुए जमीन में गिर पड़े तो पुलिस ने उनकी काफी बर्बरता के साथ पिटाई की। इस पूरे मामले में अब बीजेपी के साथ ही शिरोमणि अकाली दल ने भी ममता बनर्जी से इस मामले में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है।
ममता सरकार द्वारा जिस तरीके से एक सिख सुरक्षाकर्मी की पगड़ी को उतार कर केशों का अपमान किया गया ये देख 84 नरसंहार के दृश्य सामने आ गए।इस देश की आजादी में सबसे ज्यादा बलिदान देने सिख कौम के साथ व्यवहार करने वाली सरकार को 1 मिनट भी सत्ता में रहने का अधिकार नही है। pic.twitter.com/joR8tURpYE
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) October 9, 2020
पश्चिम बंगाल में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी ने गुरुवार को ‘सचिवालय चलो’ का मार्च निकाला था। इस दौरान राज्य पुलिस और बीजेपी नेताओं के बीच झड़प हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए आंसू गैंस के गोले दागे। पुलिस ने गैरकानूनी ढंग से जमा होने के आरोप में बंगाल बीजेपी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय समेत 20 नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज की है।