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शिवसेना ने दिवंगत सुशांत सिंह राजपूत को बताया ‘चरित्रहीन’, कहा- कुत्तों की तरह भौंकने वाले चैनल महाराष्ट्र से मांगें माफी

दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में एम्स की रिपोर्ट आने के बाद उनकी हत्या की अटकलों पर अब पूर्ण विराम लग गया है। बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत को चार महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है। बता दें कि सीबीआई उनकी मौत की जांच कर रही है और अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। एक तरफ जहां सुशांत के परिवार वाले और फैंस उनके लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ इस मामले में राजनीति शुरू से ही जारी है। हाल ही में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि वह सुशांत केस में प्रोपेगेंडा कर रही है। अब अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की हत्या के दावे को नकारते हुए ऐम्स की मेडिकल रिपोर्ट जारी हो चुकी है। जिसके बाद शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में एक लेख लिखते हुए दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को ‘चरित्रहीन’ बताया है।
#Breaking | Shiv Sena, in its mouthpiece Saamana, says Sushant Singh Rajput could not accept failure; calls him a 'characterless' person.
Aruneel with details. pic.twitter.com/pSwmLWmeLm
— TIMES NOW (@TimesNow) October 5, 2020
इस संपादकीय लेख में शिवसेना ने अभिनेत्री कंगना राणावत पर भी बिना नाम लिए निशाना साधते हुए लिखा, ‘सुशांत की मौत को जिन्होंने भुनाया, मुंबई को पाकिस्तान और बाबर की उपमा दी, वह अभिनेत्री अब किस बिल में छिपी है? हाथरस में एक युवती के साथ रेप कर उसे मार दिया गया। पुलिस ने उस युवती के शरीर का अपमान करते हुए उसे आधी रात में ही जला दिया। इस घटना पर एक्ट्रेस ने आंखों में ग्लिसरीन डालकर भी दो आंसू नहीं बहाए।’ इतना ही नहीं शिवसेना ने ये भी कहा कि सुशांत की मौत के बाद मुंबई पुलिस की खासी बदनामी की गई, मुंबई पुलिस की जांच पर जिन्होंने सवाल उठाए उनको महाराष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए।
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राऊत के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)
शिवसेना ने आगे लिखा- ‘सुशांत की दुर्भाग्यपूर्ण मौत को 110 दिन हो गए। इस दौरान मुंबई पुलिस की खूब बदनामी की गई। मुंबई पुलिस की जांच पर जिन्होंने सवाल उठाए, उन राजनेताओं को और कुत्तों की तरह भौंकने वाले चैनलों को महाराष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए। इन सभी ने जान-बूझकर महाराष्ट्र की प्रतिष्ठा पर कलंक लगाने का प्रयास किया है। यह एक षड्यंत्र ही था। महाराष्ट्र सरकार को चाहिए कि वो उन पर मानहानि का दावा करे।’