Breaking NewsBusinessTop NewsWorldक्राइमदेशनई दिल्लीमहाराष्ट्रराजनीतिवायरलव्यापारसोशल मीडिया

12 सरकारी बैंकों में हुआ 20,000 करोड़ रुपए का फ्रॉड, RTI के जरिए हुआ खुलासा

वैश्विक स्तर पर फैली महामारी कोरोनावायरस से देश की अर्थव्यवस्था भी बीमार चल रही है, देश की जीडीपी नेगेटिव स्तर से उभरने का प्रयास कर रही है और देश में बेरोजगारी, महंगाई ने आम जनता को बुरी तरह प्रभावित किया हुआ है। इतने नकारात्मक माहौल के दौरान अब देश की जनता के सामने बैंकिंग फ्रॉड के 2867 मामले सामने आए हैं। यह खुलासा हुआ है एक आरटीआई के जरिए। बता दें कि, आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखार गौड़ ने सूचना के अधिकार के तहत आरबीआई से जानकारी मांगी थी। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही में 12 सरकारी बैंकों में 19,964 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के 2,867 मामले सामने आए। इस पर भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि बैंकों की ओर से दिए गए यह शुरूआती आंकड़े हैं। इनमें बदलाव या सुधार की गुंजाइश है।

इस बड़े स्तर के बैंकिंग फ्रॉड में देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में सर्वाधिक 2,050 मामले रिकार्ड में आए हैं, जिसमें उसे 2,325.88 करोड़ रुपये की चपत लगी। वहीं, मूल्य के हिसाब से बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) को सबसे ज्यादा 5,124.87 करोड़ रुपये का झटका लगा। इसमें धोखाधड़ी के कुल 47 मामले सामने आए हैं। इनके अलावा केनरा बैंक में 3,885.26 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के 33 मामले तथा बैंक ऑफ बड़ौदा में 2,842.94 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के कुल 60 मामले सामने आए हैं।

केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीमारमण के साथ भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (फाइल फोटो)

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के मुताबिक, चालू वित्‍त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान इंडियन बैंक में 1,469.79 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के 45 मामले, इंडियन ओवरसीज बैंक में 1,207.65 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के 37 और बैंक ऑफ महाराष्ट्र में 1,140.37 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मात्र 9 मामले सामने आए हैं। इस दौरान दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक में धोखाधड़ी के कुल 240 मामलों में 270.65 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं।

यूको बैंक में 831.35 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के 130 मामले सामने आए हैं। वहीं, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में 149 मामलों में 655.84 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी दर्ज की गई है, पंजाब एंड सिंध बैंक में 163.3 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के 18 और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में 46.52 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के कुल 49 मामलों का पता चला है। गौरतलब है कि, आरबीआई के हाल के आंकड़ों के मुताबिक, 2019-20 के दौरान बैंकों और वित्तीय संस्थानों में धोखाधड़ी के मामलों में 28 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि मूल्य के लिहाज इसमें 159 फीसदी का इजाफा हुआ है। पिछले वित्त वर्ष में धोखाधड़ी के कुल 8,707 मामले सामने आए, जिसमें 1.85 लाख करोड़ की चपत लगी।

Tags

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Close