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इकबाल अंसारी की सीबीआई कोर्ट से अपील- बाबरी विध्वंस मामले के सभी आरोपियों को दोषमुक्त कर खत्म करें मामला

सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर 2019 में राम जन्मभूमि विवाद पर फैसला सुनाते हुए अपने आदेश में कहा था कि विवादित जमीन पर राम मंदिर बने और मुस्लिमों को मस्जिद के लिए जमीन दी जाए। इस राम मंदिर से जुड़े एक अन्य विवाद जिसमें अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने का मामला सीबीआई की विशेष अदालत में विचाराधीन है। इस मामले पर 30 सितंबर को सीबीआई कोर्ट फैसला सुनाएगी। किंतु फैसले से दो सप्ताह पहले ही बाबरी मस्जिद केस के पक्षकार इकबाल अंसारी ने सीबीआई की स्पेशल कोर्ट से अपील की है कि सभी आरोपियों को दोषमुक्त करार दिया जाए। पक्षकार अंसारी ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और भारत के पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह सहित सभी 48 आरोपियों को निर्दोष ठहराने की अपील करते हुए इस पूरे मामले को समाप्त करने का अनुरोध किया है।

6 दिसंबर, 1992 को हजारों की संख्या में कारसेवक बाबरी मस्जिद के ढांचे को ढहाते हुए (फाइल फोटो)

बता दें कि इकबाल अंसारी ने एक चैनल के साथ बातचीत में कहा, ‘बाबरी मस्जिद विध्वंस केस में आरोपियों में से कई लोगों की मौत हो चुकी है। जो जिंदा भी हैं, वे अब बूढ़े हो चुके हैं। मैं चाहता हूं कि सभी केस हटा दिए जाएं और इस पूरे मसले को खत्म किया जाए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद वैसे भी कोई विवाद नहीं बाकी है।’ 28 साल पुराने इस मामले में पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, साक्षी महाराज, साध्वी रितंभरा, विश्व हिंदू परिषद नेता चंपत राय सहित 32 आरोपी हैं।

देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी तथा पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (फाइल फोटो)

वकील केके मिश्रा ने बताया कि सीबीआई की अदालत ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में अंतिम फैसला देने के लिए 30 सितंबर की तारीख तय की है। मिश्रा मामले के 32 में से 25 आरोपियों की वकालत कर रहे हैं, जिनमें भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती सहित अन्य शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी (फाइल फोटो)

हाशिम अंसारी के बेटे इकबाल अंसारी ने साथ ही देश के सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करने के लिए हिंदू और मुस्लिमों को आपसी सौहार्द के साथ रहने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कई सालों से चले आ रहे विवाद का अंत हो गया है और अब राम मंदिर का निर्माण भी शुरू हो चुका है। बता दें कि अयोध्या में विवादित ढांचा विध्वंस मामले में विशेष सीबीआई अदालत ने सभी पक्षों की दलीलें, गवाही, जिरह सुनने के बाद 1 सितंबर को मामले की सुनवाई पूरी कर ली। अयोध्या में बाबरी विध्वंस केस में सीबीआई की विशेष कोर्ट अब 30 सितंबर को अपना फैसला सुनाएगी। सीबीआई की विशेष कोर्ट ने आदेश जारी करते हुए सभी आरोपियों को फैसले के दिन 30 सितंबर को कोर्ट में मौजूद रहने को कहा है। जिसके लिए कोर्ट की तरफ से बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत अन्य आरोपियों को नोटिस भेजा गया है। गौरतलब है कि अयोध्या में विवादित ढांचे को कारसेवकों ने 6 दिसंबर 1992 में ढहाया था। बता दें कि इस केस में कुल 48 आरोपियों के खिलाफ ट्रायल चल रहा था, जिनमें से 16 आरोपियों की मौत हो चुकी है। बाकी 32 लोग कोर्ट में पेश होंगे।

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