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सीएम योगी ने दिवंगत छात्रा सुदीक्षा भाटी के परिजनों को 20 लाख रुपए की दी मदद, एक प्रेरणा स्थल और पुस्तकालय बनाने का भी ऐलान

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पिछले महीने एक सड़क हादसे में जान गंवाने वाली 20 वर्षीय होनहार छात्रा सुदीक्षा भाटी के परिजनों ने रविवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। दिवंगत सुदीक्षा भाटी के परिजनों के साथ दादरी विधायक तेजपाल नागर और राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर भी लखनऊ पहुंचे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिजनों से बातचीत में सुदीक्षा के बारे में, परिवार के कामकाज के बारे में जानकारी लेते हुए परिजनों को हर संभव मदद का भरोसा दिया और सांत्वना देते हुए सुदीक्षा भाटी के निधन को देश और समाज की अपूरणीय क्षति भी बताया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करते हुए दिवंगत छात्रा सुदीक्षा भाटी के परिजन और जनप्रतिनिधि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिजनों से कहा, ”वह देश की बेटी थी, समाज की बेटी थी। उसके जाने का दु:ख सबको है, पर हिम्मत से काम लें। हम सब साथ हैं।” उन्होंने भरोसा दिलाया कि सुदीक्षा भाटी के नाम पर एक प्रेरणा स्थल और लाइब्रेरी बनाई जाएगी ताकि क्षेत्र के बच्चों को आगे बढ़ने और पढ़ने की प्रेरणा मिल सके। सीएम योगी ने अधिकारियों को परिवार की आर्थिक मदद के भी निर्देश दे दिए हैं। दिवंगत छात्रा सुदीक्षा भाटी के परिवार को 15 लाख रुपए प्रदेश सरकार की ओर से और 5 लाख रुपए सांसद सुरेंद्र नागर की ओर से दिए जाएंगे। परिजनों ने सीएम योगी को बताया कि सुदीक्षा बेहद मेधावी थी और अभावों के बीच भी पढ़ने के प्रति काफी लगन रखती थी।
दिवंगत छात्रा सुदीक्षा भाटी (फाइल फोटो)
बता दें कि सुदीक्षा भाटी बहुत होनहार छात्रा थी और वह कठिन परिश्रम करते हुए 3.80 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति जीतकर अमेरिका के मैसाचुसेट्स स्थित बाबसन कॉलेज से एंटरप्रेन्योरशिप में ग्रेजुएशन का कोर्स कर रही थी। वह कोविड-19 महामारी की वजह से गौतमबुद्ध नगर स्थित अपने घर में रुक गई थी और उसे 20 अगस्त को अमेरिका वापस जाना था। सुदीक्षा के पिता चाय की दुकान चलाते हैं। लेकिन 10 अगस्त को बुलंदशहर के औरंगाबाद में एक सड़क दुघर्टना में बाइक से गिरकर सुदीक्षा भाटी की मौत हो गई थी। तब विपक्ष ने उत्तर प्रदेश में भाजपा शासित सरकार की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए थे। जानकारी के मुताबिक, रविवार को सुदीक्षा की मां और पिता ने मुलाकात के बाद कहा कि मुख्यमंत्री ने उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सुना और सुदीक्षा के नाम पर जो कुछ करने के लिए सहमति जताई है उससे वे संतुष्ट हैं।