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लॉकडाउन में ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए 350 किमी बाइक चलाकर सरहद पर पहुंचा जवान, पाकिस्तान से फायरिंग के दौरान हुआ शहीद

पंजाब राज्य के मुकेरियां उपमंडल के गांव कलीचपुर कलाेता के 41 वर्षीय सूबेदार राजेश कुमार बुधवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे राजाैरी सेेक्टर (जम्मू-कश्मीर) में पेट्रोलिंग के दौरान पाकिस्तान की ओर से क्रॉस फायरिंग में शहीद हाे गए। उनका पार्थिव शरीर वीरवार को गांव में पहुंचने पर अंतिम संस्कार किया गया। सूबेदार राजेश कुमार 1996 में पलटन 60 आरटी में भर्ती हुए थे और अभी 60 आरटी गनर में तैनात थे।

शहीद सूबेदार राजेश कुमार का परिवार

शहीद सूबेदार राजेश की पत्नी अनीता देवी ने बताया कि वे लॉकडाउन से पहले घर छुट्‌टी लेकर आए हुए थे। इस बीच लॉकडाउन की घोषणा हो गई थी। लॉकडाउन के दौरान ही उन्हें यूनिट से ड्यूटी ज्वाइन करने के ऑर्डर आ गए। लॉकडाउन के कारण बसें और ट्रेनें बंद होने के कारण वे डेढ़ माह की छुट्‌टी के बाद 28 मई को अपनी बाइक पर ही 350 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए राजौरी के लिए निकल गए थे। सूबेदार राजेश की शहादत से करीब 6 घंटे पहले ही उनकी फोन पर घर में बात हुई थी। पत्नी अनीता ने बताया कि मंगलवार रात 9 बजे से लेकर सवा घंटे तक उनकी फोन पर बातचीत हुई। उन्होंने बताया कि राजेश के पिता को तीन साल पहले पैरालाइज का अटैक हुआ था। इसके उनकी सेहत ठीक नहीं रहती है। राजेश फोन पर बार-बार उन्हें व बच्चों को माता-पिता का ख्याल रखने की बात कर रहे थे। राजेश ने दोनों बच्चों से भी बात की। फोन पर बच्चे बार-बार पूछ रहे थे कि पापा अब घर कब आओगे, तो उन्होंने कहा था कि छुट्‌टी तो लॉकडाउन में ही कट गई है। अब दिसंबर में ही घर आ सकूंगा।

शहीद सूबेदार राजेश कुमार को सलामी देते हुए उनकी बेटी रिया और बेटा जतिन

राजौरी सेक्टर में शहीद हुए सूबेदार राजेश कुमार के पिता व पूर्व सैनिक राम चंद ने बताया कि 1996 में बेटा पलटन 60 आरटी में भर्ती हुआ था। 2006 में अनीता से विवाह हुआ। उनकी एक 13 वर्ष की बेटी रिया और 11 वर्ष का बेटा जतिन है। शहीद राजेश इकलौते बेटे और तीन बहनों के भाई थे। उनके बेटे जतिन और बेटी रिया ने कहा कि वे भी पापा की तरह फौज में भर्ती होना चाहते हैं।

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