Breaking NewsTop NewsWorldदेशवायरलसाहित्यसोशल मीडियाहरियाणा

सोनीपत की वरिष्ठ कवयित्री राजश्री गौड़ को अंतर्राष्ट्रीय ब्राह्मण मंच की ‘महिला प्रकोष्ठ प्रदेशाध्यक्ष’ मनोनीत किया गया

देश-दुनिया में कोरोना वायरस महामारी के चलते बहुत से कामकाज रुके हुए हैं। आपदा में अवसर तलाशते हुए हमारे साहित्यकारों ने ऑनलाइन मंचों का सदुपयोग करते हुए इस लॉकडाउन में अपनी रचनाओं और वैबिनारों के जरिए सकारात्मकता फैलाने का सफल प्रयास किया है। बहुत सी सामाजिक संस्थाओं ने भी वैश्विक महामारी की गंभीरता को देखते हुए जनहित में अनेक कार्य किए हैं। अनेक साहित्यिक और सामाजिक स्तर के मंचों से सम्मानित सोनीपत, हरियाणा में रहने वाली वरिष्ठ कवयित्री राजश्री गौड को इस लॉकडाउन में एक सुखद सूचना प्राप्त हुई है। बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय ब्राह्मण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मदन गोपाल तिवाड़ी ने मंच का विस्तार करते हुए महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष(हरियाणा) के पद पर सोनीपत निवासी राजश्री गौड को मनोनीत किया है। यह मनोनयन मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री देवेंद्र कुमार शर्मा, महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष इंदिरा देवी तिवाडी की अनुशंसा से किया है।

‘अंतरराष्ट्रीय ब्राह्मण मंच’ द्वारा कोरोना काल में दी गई सेवाओं के लिए वरिष्ठ कवयित्री राजश्री गौड को सम्मानित करते हुए प्रमाणपत्र प्रदान किया गया

श्रीमती गौड़ संपूर्ण हरियाणा प्रदेश की महिलाओं को मंच के सदस्य बनाने, कार्यकारिणी का गठन करने के लिए अधिकृत हैं। वरिष्ठ कवयित्री राजश्री गौड का कार्य क्षेत्र संपूर्ण हरियाणा प्रदेश रहेगा। इनका कार्यकाल 31 दिसंबर 2021 तक रहेगा। अंतर्राष्ट्रीय ब्राह्मण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मदन गोपाल तिवाड़ी ने वरिष्ठ कवयित्री राजश्री गौड को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आपके नेतृत्व में संपूर्ण हरियाणा प्रदेश की महिला मंच सदस्यों की प्रगति होगी एवं उनकी समस्याओं का समाधान होगा।

अपने परिवार के सदस्यों के साथ मध्य में बैठी हुईं वरिष्ठ कवयित्री राजश्री गौड

इस अवसर पर एजुकेशन सिटी सोनीपत की वरिष्ठ कवयित्री राजश्री गौड ने ‘समय भारत’ से बात करते हुए बताया कि यह अंतर्राष्ट्रीय ब्राह्मण मंच समाज सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहा है। ब्राह्मण व किसी भी अन्य वर्ग के जरूरतमंद की सहायतार्थ, सामाजिक उत्थान के लिए यह मंच निरंतर अपनी सेवाएं देता रहता है। सोनीपत के जिला अध्यक्ष पद पर रहते हुए मैंने 21 विधवाओं को जीवन यापन हेतु सिलाई मशीनें उपलब्ध कराई थीं। गरीब बच्चों की फीस भी माफ़ कराई थी ताकि देश का भविष्य कहे जाने वाले बच्चों के सामने आर्थिक स्थिति को लेकर अन्याय ना हो पाए। शिक्षक दिवस के अवसर पर एक चयन समिति द्वारा चयनित कुशल शिक्षिकाओं को सम्मान-पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। मैं अपने प्रयासों एवं अंतर्राष्ट्रीय ब्राह्मण मंच के सहयोग से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का निरंतर प्रयास करती रहूंगी।

 

✍️ रिपोर्ट: दिनेश दिनकर

Tags

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Close