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देश की पहली गर्ल्स फुटबॉल एकेडमी बेंगलुरु में हुई शुरू

बेशक वैश्विक स्तर पर फैले कोरोनावायरस के कारण विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं को आयोजित नहीं किया जा रहा है। किंतु भारत की पहली गर्ल्स फुटबॉल एकेडमी सोमवार से बेंगलुरु में शुरू हो चुकी है। बता दें कि इस एकेडमी को रेबेल्स एफसी क्लब ने येलहंका इलाके के एक स्कूल कैंपस में शुरू किया है। इस एकेडमी में लड़कियों की ट्रेनिंग के अलावा उनके रहने का भी पूरा इंतजाम होगा। इस रेजिडेंशियल एकेडमी में देश भर से चुनी गईं अंडर-13 से अंडर-22 एज ग्रुप की लड़कियों को साइंटिफिक ट्रेनिंग दी जाएगी। ताकि उनका प्रोफेशनल फुटबॉलर बनने का सपना पूरा हो सके। महिला खिलाड़ियों को यूईएफए और एएफसी कोचिंग लाइसेंस हासिल किए गए एक्सपर्ट के आधार पर तैयार किए गए प्रोग्राम के जरिए ही ट्रेनिंग दी जाएगी। यहां जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि देश में यह लड़कियों के लिए अपनी तरह का पहला सुविधा केन्द्र है।
बता दें कि गर्ल्स का अंडर-17 फुटबॉल वर्ल्ड कप भारत में इसी साल नवंबर में होना था लेकिन कोरोना के कारण इसे स्थगित कर दिया गया है। इसका आयोजन अब अगले साल 17 फरवरी से 7 मार्च तक किया जाएगा। लेकिन सरकार और खेल मंत्रालय इस आयोजन को लेकर देशभर में लड़कियों में फुटबॉल को लेकर जागरूकता बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। इसी के तहत लड़कियों की इस पहली फुटबॉल एकेडमी को फुटबॉल फेडेरेशन भी क्रांतिकारी कदम बता रहे हैं।
एकेडमी शुरू होने के मौके पर ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन(एआईएफएफ) के महासचिव कुशल दास ने कहा कि हम आरएफसी को लड़कियों की रेजिडेंशियल फुटबॉल एकेडमी शुरू करने के लिए बधाई देते हैं। आरएफसी फुटबॉल अकादमी के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रीतम चंद्रा ने कहा, ‘‘ हमें भारत की पहली पूर्ण विकसित आवासीय अकादमी शुरू करने की खुशी है। हमारा मानना है कि आवासीय अकादमी पेशेवर एथलीट बनने की इच्छा रखने वाली महिला खिलाड़ियों की मदद करेगा।’’
भारतीय महिला फुटबॉल टीम की कोच मैमोल रॉकी भी इस क्लब के शुरू होने से खुश हैं। उन्होंने कहा कि यह रेजिडेंशियल एकेडमी दूसरे क्लबों के लिए भी मिसाल बनेगी। एकेडमी के प्लेयर डेवलपमेंट मॉडल की वजह से नेशनल टीम के लिए हमें बेहतर खिलाड़ी मिल सकेंगे। खेल मंत्रालय की ओर से पिछले साल ‘खेलो इंडिया स्कूल गेम्स’ के तहत गर्ल्स फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए फुटबॉल लीग शुरू की थी। वहीं, एआईएफएफ और इंडियन सुपर लीग ने भी पिछले साल गर्ल्स फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए फुटबॉल लीग का आयोजन किया था।