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राम लला मंदिर में विराजमान, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीराम को किया साष्टांग दंडवत प्रणाम

करीब 500 साल बाद राम लला मंदिर में विराजमान हो चुके हैं। आज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीराम मंदिर के लिए पुजा अर्चना की और भगवान श्रीराम को साष्टांग दंडवत प्रणाम किया किया। जानकारी के मुताबिक, आज श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन में 175 अतिथि शामिल हुए जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, वरिष्ठ बीजेपी नेत्री और साध्वी उमा भारती, अयोध्या भूमि विवाद मामले के बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार रहे इकबाल अंसारी, पद्मश्री मुहम्मद शरीफ शामिल रहें।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी राम भक्तों का अभिनंदन करते हुए किया ट्वीट
श्रीराम मंदिर की आधारशिला का दिन निश्चित होने पर करोड़ों राम भक्तों का कई सालों का इंतजार आज पूरा हो गया है। अब विधिवत रूप से श्रीराम मंदिर के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। बता दें कि भव्य श्रीराम मंदिर में 161 फुट ऊंचे पांच मंडप होंगे, जिनमें कुल 366 स्तंभ होंगे। करोड़ों लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए कहा जा सकता है कि इस मंदिर को दुनिया के बेहतरीन मंदिरों में स्थान प्राप्त होगा। इसके खंभों में किसी तरह के लोहे का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
भगवान राम के भक्तों ने भारत के प्रसिद्ध पवित्र कुंडो का जल अयोध्या भेजा है तथा गंगा, यमुना, नर्मदा, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी, सिंधु, ब्रह्मपुत्र, सतलुज, रावी, चिनाब व व्यास समेत कई नदियों के पवित्र जल को भी श्रीराम मंदिर के निर्माण कार्य में उपयोग में लाया जाएगा।
साथ ही, हल्दीघाटी, चित्तौड़, दुर्ग, स्वर्ण मंदिर के कुंड का जल व मिट्टी, वैष्णो देवी, मैसेकर घाट, सभी ज्योतिर्लिंगों के प्रांगण की मिट्टी, सरस्वती उद्गम स्थल का जल व रज, रविदास मंदिर काशी, बाबा साहेब आंबेडकर की इच्छा भूमि व संघ की उद्गम स्थली नागपुर की रज व पवित्र जल, मानसरोवर की पवित्र रज व जल से मंगाई गई मिट्टी को भी श्रीराम मंदिर के निर्माण कार्य में उपयोग में लाया जाएगा।