
विश्व को प्रभावित करते हुए वैश्विक महामारी कोरोना वायरस अब भारत में भी अपना भयानक रूप दिखा रही है जिससे भारत में हर क्षेत्र पर गहरा संकट छाया हुआ है । देश की जीवनरेखा कही जाने वाली ‘भारतीय रेलवे’ लंबे समय तक ठहरी-सी है । हालांकि जो पीड़ित लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए थे/हैं, उनको सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेन जरूर चलाई गई हैं ।
देश में दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या को ध्यान में रखते हुए अब भारतीय रेलवे ने फैसला लिया है कि 12 अगस्त तक मेल, एक्सप्रेस, पैसेंजर ट्रेन नहीं चलाई जाएंगी। रेलवे ने लॉकडाउन के दौरान 12 मई को 15 जोड़ी राजधानी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया था जो अभी भी चल रही हैं। इसके अलावा 1 जून से 100 जोड़ी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन नियमित रूप से जारी रहेगा। कुल मिलाकर 230 स्पेशल ट्रेनें चलती रहेंगी
भारतीय रेलवे ने टिकट कैंसिल के बाद यात्रियों को मिलने वाले रिफंड के संबंध में धुंधली होती जा रही तस्वीर को साफ करते हुए कहा है कि 12 अगस्त तक अगर किसी भी यात्री ने टिकट बुकिंग कराई होगी तो उसे पूरा रिफंड दिया जाएगा । अर्थात् 1 जुलाई से 12 अगस्त तक के बीच यात्रा को ध्यान में रखकर की गई टिकट बुकिंग है तो यात्रियों को पूरा रिफंड मिलेगा ।
गौरतलब है कि रेलवे पहले भी कह चुका है कि जरूरत पड़ी तो कुछ और स्पेशल ट्रेनें चलाई जा सकती हैं। रेलवे द्वारा जारी नए सर्कुलर में यह भी स्पष्ट किया गया है कि 12 मई और एक जून से चलाई जा रही स्पेशल ट्रेनों का संचालन पहले की तरह ही रहेगा ।