
पटौदी के हेली मंडी में इको अवेयरनेस सोसायटी की प्रधान कुसुम गुप्ता के द्वारा महिलाओं के लिए एक नई पहल की गई है। कुसुम गुप्ता एक पढ़ी लिखी फैमिली से हैं और देश-विदेश के माहौल को देखना और वहां से कुछ सीखना उनकी आदत है।
कुसुम गुप्ता जी ने विदेश में देखा कि 80 साल की महिलाएं भी लाइफ को Enjoy करती है, वहीं हमारे हिंदुस्तान में महिलाएं घर से बाहर मात्र कभी-कभार मंदिर के लिए ही निकलती हैं और इस व्यवहार से महिलाएं तनाव की शिकार हो रही हैं। बहुतसी महिलाओं ने उनसे अपने डिप्रेशन की समस्या के बारे में बताया तो कुसुम गुप्ता उनकी मानसिकता को भांप गई कि यह घर में ज्यादा समय बिताने की वजह से डिप्रेशन है। फिर क्या था कुसुम गुप्ता ने “Health and Happiness Awareness Program” की शुरुआत की जिसमें महिलाओं को योगा मेडिटेशन डांस इत्यादि एक्टिविटी कराई गई।
शुरुआत में तो कुछ ही महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया परंतु कुछ ही दिन में यह संख्या इतनी ज्यादा बढ़ गई की जगह की कमी महसूस होने लगी। इससे साबित होता है कि महिलाओं में खुशी पाने की और मनोरंजन करने की इतनी ज्यादा प्यास है और फिलहाल उनका जीवन सफर किस तरह का है इससे साबित यह भी होता है कि समाज में इस तरह के प्रोग्राम की कितनी ज्यादा जरूरत है। साथ ही महिलाओं के स्वास्थ्य में एक विचित्र बदलाव दिखाई दिया और बड़ी ही स्पीड से उनका स्वास्थ्य और मन ठीक होने लगा कुसुम गुप्ता जी ने यह प्रोग्राम शुरू होने से पहले उनके पति जो कि एक डॉक्टर हैं उनकी मदद से सभी महिलाओं का बीपी हिमोग्लोबिन वेट इत्यादि चेक कराया था। कुसुम गुप्ता जी समाज को अवेयर करने के लिए बहुत सी नई नई चीजें करती रहती हैं जिसमें सार्वजनिक स्थानों पर वाटर कूलर लगाना सफाई व्यवस्था के लिए अभियान चलाना पॉलिथीन की रोक के लिए लोगों को जागरूक करना स्वास्थ्य संबंधी कैंप लगाना इत्यादि कुसुम गुप्ता जी ने हमें बताया कि बहुत जल्द भनोट हॉस्पिटल और यस कैंसर फाउंडेशन की मदद से स्तन वह बच्चेदानी कैंसर का जागरूकता एवं जांच कैंप का आयोजन कर आएंगी जिसमें उनके संगठन की महिलाएं घर घर जाकर कैंप के बारे में लोगों को जागरूक भी करेंगी